कैसे देश की सोशल-इकनोमिकल स्थिति को अडानी ग्रुप ने किया मजबूत
अडानी ग्रुप के मुख्य गौतम अडानी आज अपने अलग अलग उद्योगों से देश को फाइनेंशियली मजबूत बना रहे हैं। इसके अलावा बेहतर राष्ट्र निर्माण के लिए समाज के हित में अडानी ग्रुप की कई योजनाएँ सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। अडानी फाउंडेशन के माध्यम से अडानी ग्रुप अपनी कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी(सीएसआर) सम्बन्धित गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। अडानी विद्या मंदिर और अडानी धारावी जैसे अन्य प्रोजेक्ट अडानी फाउंडेशन का हिस्सा है जो अक्षम नागरिकों के उत्थान हेतु देश में चलाए जा रहे हैं, जिनका देश की प्रगति में अहम योगदान है।
सोशल एम्पाॅवरमेंट के लिए अडानी ग्रुप की योजनाएँ
किसी भी देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चों के साथ ही गरीब तबके के देशवासियों के लिए प्रशंसनीय कार्य अडानी ग्रुप द्वारा किये जा रहे हैं। गौतम अडानी के कहे अनुसार, अडानी ग्रुप का लक्ष्य एक बेहतर कल और बेहतर राष्ट्र के निर्माण का है जिसके लिए निरंतर प्रयास हम कर रहे हैं। हम शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में देश को अग्रणी बनाने की सोच के साथ काम कर रहे हैं जिससे हम देश की एक मजबूत और प्रभावी छवि विश्व स्तर पर बनाने में कामयाब हो सके।
अडानी विद्या मंदिर प्रोजेक्ट
अडानी ग्रुप द्वारा देश के पिछड़े वर्ग से आने वाले बच्चों को आज के समय के अनुसार आधुनिक शिक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से अडानी विद्या मंदिर प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। इस श्रृंखला में अभी कुल 4 अडानी विद्या मंदिर स्कूल सफलता पूर्वक चलाए जा रहे हैं। अडानी विद्या मंदिर स्कूल की शुरुआत 2008 में की गई थी जिसकी शाखाएं आज अहमदाबाद, भद्रेश्वर, कृष्णपट्नम एवं सरगुजा में संचालित हो रही हैं। वर्तमान में करीब 2500 विद्यार्थियों को अडानी विद्या मंदिर स्कूल का लाभ मिल रहा है जहाँ उन्हें अच्छी किताबें, पौष्टिक आहार, ट्रांसपोर्टेशन और यूनिफार्म की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मण्डल से मान्यता प्राप्त अडानी विद्या मंदिर, को-एड (को-एजुकेशन का लघु रूप, जिसका अर्थ है छात्र एवं छात्राओं का सहपाठन) प्रणाली पर आधारित है जिससे निम्न वर्ग के लोगों में भी सेक्स इक्वलिटी (लैंगिक समानता) की समझ बढ़ें और उनके बेटों के साथ बेटियों को भी पढ़ने का अधिकार मिले। देश के हर नौनिहाल को शिक्षा का अधिकार है और यही सोच अडानी विद्या मंदिर की स्थापना का आधार है जिसके लिए वर्ष 2020 में इस संस्थान को समग्र शिक्षा सशक्त भारत पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। अडानी विद्या मंदिर से अब तक करीब 500 से ज़्यादा विद्यार्थी डॉक्टर्स, शासकीय सेवाओं में उच्च पदों पर एवं अन्य प्रतिष्ठित रोजगार के द्वारा एक सफल जीवन यापन कर रहे हैं। युवा पीढ़ी को सक्षम बना कर देश को उनके हाथों में सौंपने पर ही हम एक प्रबल राष्ट्र बन सकते हैं और वही काम आज अडानी ग्रुप कर रहा है।
अडानी धारावी प्रोजेक्ट
आज बड़ी हताशा के साथ हमें कभी कभी कहना पड़ता है कि देश के सबसे अधिक विकसित और मेट्रो सिटी मुंबई से सटे इलाके धारावी को विश्वस्तर पर एक स्लम एरिया के रूप में जाना जाता है। वहाँ के लोगों का जीवन स्तर निराश करने वाला है। मगर अडानी ग्रुप ने अपने अडानी धारावी प्रोजेक्ट के तहत धारावी क्षेत्र की दुर्दशा को दूर करने का बीड़ा उठाया है। गौतम अडानी धारावी प्रोजेक्ट पर चर्चा करते हुए कहते हैं कि जब अपने करियर के शरुआती दौर में उन्होंने धारावी को देखा तो बड़ा खेद हुआ कि इस प्रकार का निम्न स्तर जीवन हमारे देश के लोग जी रहे हैं। लेकिन जब वे देश के लिए सोशल कॉज के कार्य करने में सक्षम हुए तो धारावी का विकास उनकी सूची में महत्वपूर्ण स्थान पर था। 45 एकड़ के इस प्रोजेक्ट में धारावी क्षेत्र में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएँ, शिक्षा की सुविधा और जीवन यापन के नए अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे। अडानी धारावी प्रोजेक्ट का लक्ष्य धारावी को एक वर्ल्ड क्लास सिटी के रूप में अपनी पहचान दिलाना है जिसमें वहाँ की सांस्कृतिक परिवेश की झलक हो और नागरिकों को सबके समान एक बेहतर जीवन यापन का हक़ मिले।
अडानी ग्रुप द्वारा इसी प्रकार से वेस्ट मैनेजमेंट और वॉटर मैनेजमेंट के भी कई प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं जिसमें वृहद स्तर पर पौधरोपण, तालाबों का
गहरीकरण,
वर्षा जल संरक्षण और जीरो वेस्ट जैसे कार्यों पर जोर दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त कई प्रकार के लघु उद्योगों को भी अडानी ग्रुप का
सहयोग मिल रहा है। 'सुपोषण', 'स्वच्छाग्रह', 'सक्षम', 'उड़ान' एवं आदि प्रोजेक्ट से अडानी ग्रुप समाज के सर्वांगीण उत्थान के लिए कार्य कर रहा है। औद्योगिक विकास में अग्रणी अडानी ग्रुप सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में भी पीछे नहीं है और खुद से पहले राष्ट्र की प्रगति के अपने लक्ष्य को बखूबी पूरा कर रहा है। गौतम अडानी और
उनकी यही सोच आज अडानी ग्रुप की
मजबूत पहचान का आधार है जो उन्हें सबसे अलग बनती है। अडानी फाउंडेशन के सभी प्रोजेक्ट्स सही मायनों में निस्वार्थ सेवा को दर्शाते हैं।